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( पंजी. यूके 065014202100596 )
नमो दुर्गतिनाशिन्यै मायायै ते नमो नमः, नमो नमो जगद्धात्र्यै जगत कर्ताये नमो नमः,
नमोऽस्तुते जगन्मात्रे कारणायै नमो नमः, प्रसीद जगतां मातः वाराह्यै ते नमो नमः ।
श्री वाराही मंदिर नव निर्माण
देवीधुरा स्थित माँ वाराही का वर्तमान मंदिर आज की आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं कर पा रहा है।अतः इसके स्थान पर नया मंदिर प्रस्तावित है । इस धाम की व्यापक महत्ता और श्रद्धांलुओं में बढती लोकप्रियता के चलते आज इस सम्पूर्ण परिसर का कायाकल्प हो, ऐसी प्रबल जन आकांक्षा भी रही है। ज्ञातव्य है कि यह मंदिर प्राचीन काल से ही धार्मिक ही नहीं अपितु सामाजिक व सांस्कृतिक जीवन का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।
मंदिर के नव निर्माण हेतु 'श्री वाराही शक्ति पीठ न्यास' की स्थापना कर दी गयी है। न्यास का उद्देश्य एक भव्य वाराही धाम का निर्माण करना है। मंदिर निर्माण को जगतगुरु शंकराचार्य पूज्य वासुदेवानंद सरस्वती , पूज्य बाबा कल्याणदास, पूज्य जीतेन्द्रनाथ महाराज आदि संतो का मार्गदर्शन व संरक्षण प्राप्त है ।न्यास में जनप्रतिनिधि, गणमान्यजन एवं मंदिर निर्माण से जुड़े व्यक्ति तथा स्थानीय जन सम्मिलित हैँ । जिलाधिकारी चम्पावत न्यास के पदेन सदस्य हैँ।
न्यास का वित्त पोषण श्रद्धांलुओं से प्राप्त दान से किया जाएगा।
नया मंदिर एक भव्य संरचना होगी जो वास्तुशास्त्र, पुराण व आगमो के अनुरूप होगा तथा इसे हिमालयी मंदिर वास्तुकला से ओतप्रोत किया जाएगा।
मंदिर निमार्ण वित्तीय उपलब्धतानुसार योजनाबद्ध रूप से विभिन्न चरणों में किया जाएगा।
यह एक ऐतिहासिक एवं दिव्य कार्य है। शास्त्रों में मंदिर निर्माण हेतु योगदान को मुक्ति दायक बताया है। दानदाता यहाँ दिए गए SBI अकाउंट में मुक्त हस्त से दान देकर पुण्य के भागी बनें।
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